अहमदाबाद सिविल अस्पताल में एयर एब्यूलेंस लाने की बात हवा, 4 वर्ष बाद भी जवाब नही
 


एशिया का नंबर एक अहमदाबाद सिविल अस्पताल में आने वाले करोड़ो दर्दीओ को अलग अलग प्रकार की परियोजनाओं देने का वादा गुजरात सरकार द्वारा किया गया। करोड़ो की लागत से दिसबंर 2015 में ट्रॉमा सेंटर तैयार किया गया था जो आपातकालीन उपचार के लिए हेलीपैड द्वारा उपयोगी गोगा, पर एयर एब्यूलेंस उड़ाने की बात सरकार द्वारा की गई लेकिन आज चार साल पूरे होने को हे फिर भी अभी तक एयर एब्यूलेंस परियोजना तैयार नही की है। जिससे साबित होता है कि विकास की बातें करती भाजपा सरकार रोगियों को एयर एब्यूलेंस देने में नाकाम दिख रही है।
दिसबंर 2015 में125 करोड़ की लागत से एशिया के सबसे बड़े अहमदाबाद सिविल अस्पताल में एक नए ट्रॉमा सेंटर का उद्धघाटन किया गया था। छह मंजिला इमारत तैयार कर उसे रोगियों को उन्नत  सुविधाओ को प्रदान करने के लिए डिजाइन भी  किया गया। परंतु अभी तक सरकार रोगियों के सपनों को साकार करने में नाकाम दिखाई दी है। आपको बता दे कि सिविल अस्पताल के अधिकारियों द्वारा एक एयर एब्यूलेंस के लिए प्रस्ताव रखा था। जबकि हेलीपैड के स्थान का निरीक्षण विमान मथक के अधिकारियों द्वारा किया जा चुका था, फिर भी चार वर्ष बीतने के बाद भी सरकार इस योजना में खरी उतरी नही है। 
अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर की छत पर एयर एंबुलेंस को सफलतापूर्वक निकाला जा सकता है या नहीं, इसकी तमाम जांच के बाद रिपोर्ट सौंपी गई थी। लेकिन तब से एक एयर एम्बुलेंस लाने की बात एक हवा रही है। भले ही ट्रॉमा सेंटर के लॉन्च होने में चार साल हो गए हों, लेकिन इस प्रोजेक्ट के लिए एयर एम्बुलेंस लाने पर काम करना बाकी है। लेकिन सवाल अब ये पैदा होता है कि आखिरकार 125 करोड़ रुपये वाली एब्यूलन्स गई कहा..?  उसके बावजूद एसवीपी अस्पताल में भी एयर एब्यूलेंस की घोषणा की लेकिन ये घोषणा मात्र कागज तक ही सीमित रहेगी..? या फिर जनता को इसका लाभ होगा..!